लंदन की तर्ज पर होगा जेवर एयरपोर्ट का डिजाइन, CM Yogi ने 'नाम' और 'लोगो' को दी मंजूरी
जेवर हवाई अड्डे में शुरुआत में दो रन-वे होंगे, जिसे बढ़ाकर पांच रन-वे तक किया जाएगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा में बन रहे जेवर एयरपोर्ट के नाम, लोगो और डिजाइन पर अपनी स्वीकृति दे दी है. (प्रतीकात्मक)
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा में बन रहे जेवर एयरपोर्ट के नाम, लोगो और डिजाइन पर अपनी स्वीकृति दे दी है. (प्रतीकात्मक)
Jewar international airport: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने नोएडा में बन रहे जेवर एयरपोर्ट (Jewar airport) के नाम, लोगो और डिजाइन पर अपनी स्वीकृति दे दी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा दुनिया के बेहतरीन हवाई अड्डों में एक होगा और उत्तर प्रदेश सरकार इसे विश्वस्तरीय बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी.
उन्होंने कहा कि यह हवाई अड्डा भारत का गौरव बनेगा और हम इसे एक वैश्विक ब्रांड के रूप में दुनिया के सामने पेश करेंगे.
ये होगा नाम और लोगो (Jewar airport Name and logo)
जेवर हवाई अड्डे का नाम 'नोएडा अंतरराष्ट्रीय ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा, जेवर' होगा. इस एयरपोर्ट के लोगो में राज्यीय पक्षी 'सारस' (stork bird) की छवि है. हवाई अड्डे का डिजाइन लंदन, मॉस्को और मिलान के एयरपोर्ट की तर्ज पर तैयार किया गया है.
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1.2 करोड़ यात्रियों की क्षमता (Noida International Greenfield Airport)
सरकारी रिलीज के मुताबिक योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लोगो, नाम और डिजाइन को अपनी स्वीकृति दी. चार चरण में बनने वाले इस हवाई अड्डे की शुरुआती क्षमता 1.2 करोड़ यात्री प्रति वर्ष की होगी, जिसे अलग-अलग चरण में बढ़ाते हुए 2050 तक सात करोड़ यात्री प्रति वर्ष तक किया जाएगा.
जेवर हवाई अड्डे में शुरुआत में दो रन-वे होंगे, जिसे बढ़ाकर पांच रन-वे तक किया जाएगा.
हवाई अड्डे के बारे में एक प्रेजेंटेशन को देखने के बाद करते योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नोएडा अंतराराष्ट्रीय हवाई अड्डा, जेवर की स्थापना से उत्तर प्रदेश में औद्योगिक अवस्थापना का विकास होगा, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे औरनिर्यात को प्रोत्साहन मिलने के साथ ही हवाई यातायात सुगम होगा.
निदेशक एवं विशेष सचिव नागरिक उड्डयन सुरेंद्र सिंह ने बताया कि इंटरनेशनल हवाई अड्डे के निर्माण के लिए कंशेसनायर यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड ने चार दिसंबर को मास्टर प्लान नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. के समक्ष प्रस्तुत किया था, जिसे परीक्षण के लिए नागरिक विमानन मंत्रालय, भारत सरकार को भेजा गया है.
कंसेशन एग्रीमेंट की शर्तों के मुताबिक, राज्य सरकार सहायता समझौते की कार्यवाही पांच अप्रैल 2021 तक की जानी है. इस संबंध में यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड को पत्र भेजा जा चुका है.
इस प्रेजेंटेशन में मुख्यमंत्री को बताया कि नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की स्थापना के लिए आवश्यक 1334 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण की कार्यवाही गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी द्वारा की गई है. साथ ही पुनर्वास व विस्थापन के लिए 48.097 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है.
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09:44 PM IST